जो दिखी पहली दफा फिक्र अपनी ,बातो मे उनके, मौत की दुआ हम खुदा से करने लगे । पायाब हो गए थे जो जख्म मेरे, उन्हें कुरेद कर हम घाव करने लगे ,, फिर वो पूछे हाल हमारा ,,वजह यही है जो हम इतना बीमार होने लगे ।। . वो मुश्किल भी है वो आसान भी है ,,,वो सूरज भी है वो बादल भी है ,,,वो आरम्भ है मेरी बातों का वो अंत भी है मेरी सासो का।।