वो केह दे तो रुक जाउ अभी, ठहरने का मन नहीं फिर भी।। रातों को जाग कर कर दू स्वेरा उसका, वो बादल बनकर बरसात कहे तो सही।। भोली है दिखने में वो,लेकिन सबसे समझदार है, उसका कुछ ना कहना भी तो मेरे लिए प्यार है।। छेड़ती है मुझे कभी कभी प्यार से सहलाती है, सारे रिश्ते निभाकर वो मेरा परिवार बनती जाती है।। मेरी पगली।। #munasiflove #munasif_e_mirza #lovequotes #yqtruelove