हैँ समाज का नियम भी ऐसा पिता सदा गम्भीर रहे, मन मे भाव छुपे हो लाखोँ, आँखो से न नीर बहे! करे बात भी रुखी-सूखी, बोले बस बोल हिदायत के, दिल मे प्यार है माँ जैसा ही, किंतु अलग तस्वीर रहे! pita se hi.......