ख्याल तेरा है जब भी आता, हम अपना हर एक गम भूल जाते, वो तेरी यादें वो तेरी बातें तुझ संग बीती वो मुलाकातें मेरी रातों का है चैन तुझसे, तुझसे ही दिन में सुकून पाते, ख्याल तेरा है जब भी आता, हम अपना हर एक गम भूल जाते, वो तेरा लड़ना और वो झगड़ना, हर बात पे तेरा मुझसे अकड़ना, गुस्से से तेरा वो लाल होना, दिल ही दिल में बवाल होना, फिर तेरा मुझसे वो रूठ जाना, करके जतन फिर तुझको मनाना, जब जाती थी तू मेरी जान मान, आकाश से चाँद तक तोड़ लाते, ख्याल तेरा है जब भी आता, हम अपना हर एक गम भूल जाते, @कृष्ण की कलम से #कृष्ण_की_कलम_से