ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं !! हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं !! दिल के दर्द सुनाएं तो किसको !! जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत हैं !!. ©Upendra kumar Singh divyanshu2015