अगर मन से चाह है पास तेरे हर राह है मौके यहाँ बेपनाह हैं बस बढ़ना बेपरवाह है संघर्ष की है जो राह मुश्किल होंगी हज़ार बढ़ता रहा जो लगातार मंजिल उसे लगी हाथ तू खुद का मन जो जीत ले ये धरती क्या गगन तेरा।।। #179thquote #mait #sangharsh