वो कहते है कि आप आए नही और हमने आपकी राह के सब रोड़े हटा दिए थे। हम कहते है कि हमे आना तो था हजूर पर वह समय ही कुछ दगाबाज सा निकला।। विक्रांत राजलीवाल द्वारा लिखित। #एहसास #शॉयरी #Poetry