सफर जिंदगी का मै हैरान नही तुझसे जानता हूँ, क्या मेरा क्या तेरा पहचानता हूँ, मै हैरान नही तुझसे जानता हूँ । एक रोज बदल जाओगी खबर् थी, अफ़सोस नही हर रोज एक नही, हर पहर रंग अगल है पहचानता हूँ, मै हैरान नही तुझसे जानता हूँ ।। थम जायेगा सिलसिला हर पल धड़कने का, वक़्क़्त की ख़ुमारी एक रोज बढ़ जायेगी, बस् दो पग की दूरी पर है पहचानता हूँ, मै हैरान नही तुझसे जानता हूँ ।। @$रोहित सैनी$..... #Struggles