सात समुद्र पार जिन्होंने हिंदुत्व का डंका बजाया। बालक वो नरेंद्रनाथ, स्वामी विवेकानंद कहलाया। भारतीय संस्कृति को जिन्होंने जग में फैलाया, वो भूमि पुत्र विवेकानंद बन कर आया। तम को चीर कर जिन्होंने उजियारा फैलाया, वेदांत के दर्शन से पश्चिम को भी चौंकाया। वो महान विभूति ने ही तो, स्वामी विवेकानंद नाम पाया। गुरु रामकृष्ण के लाड़ले शिष्य, जिन्होंने अदम्य काम कर दिखाया। वहीं तो स्वामी विवेकानन्द बन कर , इस धराधाम पर आया। ©S ANSHUL'यायावर' #राष्ट्रीय युवा दिवस। स्वामी विवेकानंद।