बडी उलझी सी लगती है जिन्दगी मेरी मैं दिखावा करती हूँ , ठीक होने का और हसने का पर बहुत बैचेन रहती हू अन्दर से.... कभी लगता है सब प्यार करते हैं मुझसे पर कभी लगता है सब दिखावा करते हैं मुझसे ... कभी बाबू जी डांट देते तो कभी अम्मा मार देती मुझे, कभी मेरे भूखे रहने पर दोनो परेशान हो जाते ... समझ नही आता क्या अम्मा बाबू जी प्यार करते हैं भी मुझसे या अपने लड़को पर ही जान छिड़कते .... कभी मुझे घर से बाहर जाने पर पाबंदी तो कभी किसी के साथ घुमने कि पाबंदी , पर समझ नही आता वो मेरा भला चाहते हैं या बुरा..... बस मैं उडना चहती चाहती हूँ खुले आसमान में , पर वादा ये भी है घरवालों से , उनका सर कभी नही झुकने दूंगी , किसी को कुछ कहने का मौका नहीं दूंगी । ©amar gupta #girls #girl