तेरी मोहब्बत में टूटना - टूट के बिखर जाना, बिखर के समेट जाना ये लाज़मी था, पर तेरा यू धोखा देना लाज़मी ना था । तेरी खुशियों के खातिर मैने ना जाने किन किन हालातों से गुज़र चुका था, पर तेरा यूं छोड़ के चले जाना लाज़मी तो ना था। और सब्र मौन रखा तेरे लिए, पर तेरा यू इल्ज़ाम लगाकर चले जाना लाज़मी तो ना था। मैं तेरा इंतज़ार नहीं करता, पर हर शाम को तेरी याद आना लाज़मी तो ना था। ©Pankaj Yadav #heartbroken sad status sad shayari sad love shayari