तेरे जैसा यार कहाँ दोस्तों से क्या अपेक्षा है? मैं जब टूट कर ख़ामोश हो जाऊं तो मेरे दोस्त मुझे गले लगा लें! कविराज अनुराग #तेरे_जैसा_यार_कहाँ #दोस्तो_से_क्या_अपेक्षा_है?