चलो हमारे साथ कहीं तुमको सैर कराना है हाथों में ले कर हाथ तुम्हारा तुमको जहां घुमाना हैं। चलो जहां ना किसी से छुपना हो ना किसी से नज़र बचाना है। हम तुम हों और तहाई हो बस साथ ख्वाबों सी जिन्दगी जीते जाना है। वक़्त यही है और बस यही जन्म मिला है इसमें ना तोड़ो आस हमारी हमें तुम्हारे करीब हो कर अपना जीवन बीताना है। ©Alok krishya #samandar