आँखो का आँसु हूँ मै निकल गये तो फिर लौट कर वापस नही आते दिन जमाना,वक्त लौटता है टूटा जो तारा आसमां मे नजर नही आते हम उसूल के अपने बडे पक्के है औरों मे शामिल मत करना हमे भूखा मरना मंजूर है मगर हम माँग कर नही खातें ।। #nojoto#Sadpoetry#SadQuotes#breakupsher#shayari