"अहिंसा परमो धर्म: धर्म हिंसा तथैव च" यदि अहिंसा मनुष्य का परम धर्म है और धर्म की रक्षा के लिए हिंसा उससे भी श्रेष्ठ है ©Kundan Singhania #सनातनसंस्कृति #सनातनी