गुरू की महिमा तुमको मैं आज बताता हूं, क्यों हैं इतने ख़ास ये राज़ बताता हूं । गुरू ही धर्म है, गुरू ही ग्रंथ, गुरू ही वेद है, जो ना समझे महिमा इनकी,उनको खेद है, इनकी ज्ञान की महिमा का गुणगान गाता हूं, क्यों हैं इतने ख़ास ये राज़ बताता हूं । यहीं हैं नैया,यही खीवैया,यही पतवार है, अंधकार से प्रकाश की ओर लगाते पार हैं, इनके पावन चरणों में श्रद्धा सुमन चढाता हूं, क्यों हैं इतने ख़ास ये राज़ बताता हूं ।। शिवा अधूरा #guru#happy_teacher_day#meri_Kavita#nojoto_India