तेरे हाथों की खुशबू अब भी मेरे बालों मैं है जो चंद लम्हे बिताए तेरे साथ, अब भी ख्वाबों में है वक़्त को रोकने की ख्वाहिश है बाकी जहन में मेरे कंधे पर तेरी साँसों की खुशबू अब भी यादों में है अल्हड़ चंचल सा लहज़ा, तेरी बातों की महक, वो आंखों की चमक आंखों से दिल तक उतर गई हर अदा, अब भी ख्यालों में है ये एहसास है, पहली मुलाकात का