“एक बचपन का ज़माना था, होता जब खुशियों का खज़ाना था, चाहत होती चाँद को पाने की, पर दिल तो रंगबिरंगी तितली का दिवाना था!” “हर खेल में साथी थे, हर रिश्ता निभाना था, गम की जुबान होती थी, ना ज़ख्मों का पैमाना था!!” “कुछ चीजें हैं जो पैसे नहीं खरीद सकते हैं, ऐसी ही चीज हमारा बचपन है … Happy Children’s Day!” ©Deepak har kisi ke dil ki baat #ChildrensDay