हमारी ही दम से बनी हैं ये हुकूमत हमारी ही जान ले रही हैं ये हुकूमत हमारी ही भींक पर हैं इनका गुजारा हमारी ही निवाले छिनती हैं ये हुकूमत हमारी ख़ामोशी को गुलामी न समझे हमारी ही सब्र से अभी हैं ये हुकूमत भूल गये हैं वो ये बता दो ऐ दोस्तों हमारी ही उँगलियों पे खड़ी हैं ये हुकूमत इस बात में कोई शक नहीं हैं अली हमारी ही भूल का नतीजा हैं ये हुकूमत #privatization #berojgari #unemployment #yourquoteandmine Collaborating with Shayra Kom #yqthoughts #yqquotes #yqpoetry #politics