दशरथ जी घर हुए चार बालक, सबसे बड़े जो जगत के पालक, अयोध्या हर्ष से फूली ना समाये, नर नारी चहु ओर नाचे गाये, आनंद के पल साथ है आये, रघुकुल दीपक बन राम पधारे, कौशल्या माँ की आँखो के तारे, कैकयी को जो लगते बहुत प्यारे, ऐसे प्यारे दशरथ नंदन राम हमारे, नन्ही किलकारीयों से गूंजी नगरी, सूने महलों में अब रौनक लौटी, तीनों मैया का स्नेह सारे पाये, ऐसे कुछ बाल्यकाल बिताये, गोदी ले मैया राम को खिलाये, सोने के पालने में झूला झूलाये, हर शैतानी पर मंद मंद मुस्कुराये, दशरथ जी घर हुए चार बालक, सबसे बडे़ जो जगत के पालक। ©Priya Gour 💞Happy navratry nojoto family 💞 #NojotoRamleela #7oct 10:55 #Ram #maa #nojotowriters #NojotoWriter