आज के हालत है ये..., पिता के प्यार से डरती है बेटियाँ, भाई के आलिंगन से डरती है बेटियाँ, चाचा के चुम्बन, मामा के ममता से डरती है बेटियाँ, गुरु के आशीर्वाद से भी डरती है बेटियाँ, समाज के हाहाकार से डरती है बेटियाँ, कौन कहता है बेटों के बराबर होती है बेटियाँ, उन्ही बेटों के द्वारा तो अक्सर मसली जाती है बेटियाँ, कभी मारी, कभी काटी, तो कभी जलाई जाती है बेटियाँ, तीन की हो या तैतीस की हर उम्र में उधेड़ी जाती है बेटियाँ, घर समाज अंदर बाहर हर जगह, बस खौफ में ही रहती है बेटियाँ, मसले जाने के बाद अपने ही लिए एक आह निकलती होंगी और वो बेटियाँ दुआ करती होंगी की, अब जो किये हो दाता कबहुँ ना कीजो,😔 अगले जन्म मोहे बिटिया ना दीजो.. !!😭 ✍️🙏😢 अब जो किये हो दाता कबहुँ ना कीजो,😔 अगले जन्म मोहे बिटिया ना दीजो.. !!😭 ✍️🙏😢