फूल है तो महक जानें दो ना आज मन कर रहा हैं रोंने का तो रो जानें दो ना क्या हुआ है कोई छोड़ के चला गया है तो उसे चलें जानें दो ना उसके पीछे अपनें आप को बर्बाद कर रहें हो जिंदगी से यह कौन सा खेला खेल रहें हो तुमें पाता है जिंदगी कैसे चलती हैं किसी के आने और चलें जानें से जिंदगी कभी नहीं रुकती है जिंदगी भी तो इंसान के परछाईं के हमेंशा खुद के साथ साथ चलती हैं बरसात का दिन फूलों में महक आँखों में आंसू ये मन भी इतना क्यूँ था बेकाबू Date 9/07/2021 Time 8:25am Day Friday ©mysterious boy #OneSeason #hindipoetry #poem #Quote #nojotonews #MyThoughts #byaks2021