शायद वो प्यार नहीं अब जो तुमको मुझसे था कैसे रह लेते हो तुम मेरे बिन..??? कैसे हँस लेते हो.. मेरी हँसी को छीन...??? शायद वो प्यार नहीं अब..! बेचैन नहीं होते.. ( मुनेश शर्मा ) मुझको तन्हाई देकर.. ??? ,💕 याद नहीं आती मेरी.. मुझको अपनी यादें देकर..??? बातें नहीं करते मेरी... अपनी बातों में उलझाकर..??? शायद वो प्यार नहीं अब... भूल गये वो वादे सारे... युगल जीवन के इरादे सारे...! शायद वो प्यार नहीं.. "अब.." वो प्यार नहीं.."शायद"..."अब..."! मुनेश शर्मा (मेरे❤️✍️) Only long form. 💮कृपया ध्यान रखिएगा की हमारे साथ COLLAB करते टाइम आपका "COLLAB" का option भी ON हो। अन्यथा आपकी एंट्री प्रतियोगिता से बाहर हो जाएगी🙏। आज की प्रतियोगिता के लिए आज हमारे शब्द हैं 🌸". " हो तुम" #mk_18 इन शब्दों को प्रयुक्त करते हुए कविता, शायरी या किसी अन्य रूप में रचना कीजिये। 👉 कृपया ध्यान दीजिएगा इस प्रतियोगिता में ek विजेताओं का चयन किया जाएगा। 👇 Long form की रचना के विजेता का