दिन के ख़्वाब लिखूँ या रात के l दर्द लिखूँ या बोल जज्बात के ll तू तो अब मेरी सुनेंगी नहीं l फिर तेरे लिए ये गुलाब किस बात के ll Nemi... ✍ ©Nemi Kumawat ❤ #Kis bat ke