वो गीत जिसे गाता है दिल मिठास का कोमल दोहराता है दिल बंध जाता मन सादगी के अभ्यास में साहब की वंदगी, शुद्ध आत्मा के आश में अनेक श्रोता मुग्ध अलौकिक आवाज से शिष्य,शिक्षित होते भाव के आगाज से ख्याति उनकी वाटिका है पवित्र सुंदर वाणी में स्वभावी चरित्र सरस्वती के साधक,मन के स्वामी गुणगान जिसे गाता है दिल🙏 शुद्ध साधना विशुद्ध मन का धोतक! दीवाना हुआ बादल, चौदवहीं का चाँद आया तुमसे अच्छा कौन है, तुम मुझे भूल ना पाओगे। आज महान पार्श्व गायक मोहम्मद रफ़ी साहब का जन्मदिन है। कॉलेब चैलेंज दिन में भी दिया जा सकता था, मगर सोचा कि रात के समय में उनके गानों को सुनते हुए कुछ लिखना अधिक सुखदाई होगा। रफ़ी साहब का जन्म कोटला, पंजाब में हुआ।