दुख कुछ नही मात्र सुख की अनुपस्थिति है अर्थात बुराई असल मे अच्छाई की अनुपस्थिति होती है, जब तक रावण न हुआ तो भगवान राम का महत्व नही ज्ञात हुआ। कहने का मतलब ये है कि सुख क्या है जब तक दुख ना हो हम नहीं समझ सकेंगे ©Nikhil Kumar #nik_Thoughts