हवा और दुपट्टा इश्क़ ने हमे बेनाम कर दिया, हर खुशी से हमे अंजान कर दिया, हमने तो कभी नही चाहा की हमे भी मोहब्बत हो, लेकिन तुम्हारी एक नज़र ने हमे नीलाम कर दिया… hindi shayri by Manish kumar Mass