आज़ाद जमीं और खुला आसमां, जो कहती बस तू बहते चला जा । तू देश की उम्मीद है, देश के लिए कुछ करता जा ।। ये मिट्टी इतनी आसानी से तो न मिली है, देश को चलाने अब खड़ा हो जा । तू परिवर्तन की अंधी है, बदल दे वक्त के दामन को और देश के लिए कुछ करता जा ।। ©Raje देश के लिये कुछ करता जा #Independence2021