कड़वा सच सारे झूठ लिख-पढ़ कर भी बाजारों में बेच लेता गर खून में गद्दारी होती तो हजारों में एक होता! दिल से सच्चा हूँ तो एक आम आदमी हूँ साब जरा फ़रेबी होता तो मैं भी मैग्सेसे जीत लेता!! ©बृजेन्द्र 'बावरा' #kadwasach #आज_की_पत्रकारिता #bawraspoetry Pratibha Tiwari(smile)🙂