माहौल अलग है अब फिज़ाओं में नहीं बहती सुकून की हवा विचरते नहीं घर से बाहर स्वच्छंद होकर अजीब सी चुप्पी में नींद से जगाता शोर अक्सर चुभती है कानो में एम्बुलेंस की आवाज, पुलिस का सायरन बड़े कहते बाहर न निकलो छोटे कहते जाना घर नहीं मन यहां से भागता रहता है अक्सर जहां कोई भय न हो तुमको मुझ से मुझे तुमसे जहां न हो किसी का नाम, ना ही कोई जाति सब मूक बाधिर हो जाए ये शोर कोई न सुने और बस सब मुस्कुरा कर जी पाएं। । ☘️ ©Neha Pant Nupur हम दिल्ली में हैं ☘️Hope ☘️ #current scenario #Kisan #dillimerijaan #Nojoto2liner