हम गुनहगार हैं , हम सियाकार हैं, मगर रहमतों के तेरी तलबग़ार हैं, मर्ज़ ए कोरोना से मोला नजात दे दे, हम आमालों पर अपने शर्मसार हैं ! fa allah madad kar