कभी कभी बिखरा हुआ अच्छा होता हैं जैसे बिखरी हुई धूप बिखरी हुई चाँदनी अंधेरे इक मोहल्ले में बिखरी बत्तियों की रौशनी चेहरे पर बिखरी हुई इक मुस्कान खिड़कियों से आँगन में बिखरती हुई शाम छोटे बच्चों के बिखरे खिलौने इक बिखरा हुआ कमरा बिखरे हुएं दिल से लाख गुना अच्छा होता हैं 🖤🖤 #परित्यक्त ©Surya Kant #Her