ख़ौफ में थे जब आये थे कुछ गद्दार कर वार अपनों पर मान बेठे वो गेरो को ही भगवान नजाने किन सिफारिशों की आड़ ले आई आज उनको इस मकाम माना है बगावत की चाह पर फेला रहे है आज वो सिर्फ आतंवाद गद्दार