एक पूरी किताब हूँ न समझो सिर्फ एक ख्वाब हूँ बिखर जाती है जहाँ उम्मीदों की मीनारे उन गिरी मीनारों से बना मैं एक मकान हूँ बयाँ करते है शब्द उतना ही जितना समझ पाते है पढ़ने वाले समझो तो पूरा आसमान हूँ वऱना सिर्फ मेघो का मकान हूँ। चीज़ें वैसी ही नहीं होतीं जैसी दिखाई देती हैं। #समझोतो #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #198thquote #mait