किसी गलती की कोई गुंजाइश नहीं, अब हमारी कोई नई फरमाइश नहीं मातम में इस कदर गुजरी रात की, अब किसीसे कोई शिकायत नहीं गलतफहमियों में जीने का शौक था जिन्हें उनका कोई गुनेहगार नहीं एक दुआ थी जो मुकम्मल ना हुई मगर अब हमारी कोई इल्तज़ा नहीं ©Sheetal Buriya #Life_experience#talk #poetryunplugged #moveon #breakupshayari #Poetry #Life_A_Blank_Page #TakeMeToTheMoon Mahi TAMANNA KAUSHAL Naina khan khushbu Ranjan varsha mishra