उस अनजान रास्ते पर चलने की अब हिम्मत नहीं जिसका कोई ठिकाना नहीं या पता नहीं डर लगता है अब ऐसे सफर से जिसमें मंजिल का कुछ अता नहीं या पता नहीं अब चले भी तो चले कैसे जब अंत का ही पता नहीं बहुत हुआ उस गुमनाम रास्ते पर चलना जिसकी मुझे अब जरूरत नहीं ©writer.varsha #raasta #NojotoWritingPrompt #writervarsha #imwritervarsha #kavita #vichar #Feeling #Thoughts #Life #Life_experience