1. बच्चों को तब जो कुछ भी वयस्कों ने तय किया था उसे स्वीकार करना था। अब जब निर्णय लेने की बात आती है तो बच्चों की सहमति ली जाती है, कुछ भी जबरदस्ती नहीं किया जाता है। 2. जब कोई सदस्य घर से चला गया तो खबर मिलना बहुत मुश्किल था। अब वीडियो पर देखना और बात करना बहुत आसान हो गया है। 3. उस समय परिवार में कितनी भी परेशानी क्यों न हो, सभी ने साथ रहने की सोची। अब हर कोई सोचता है कि अकेले कैसे रहें। ©Sujata Mondal #lmagestories #ThenandNow