तुम गल्फ देशों के चाँद की वो नींद हो... जिसे हर साल सबसे पहले निकलने की जिद्द हो... तुम हर नन्हे मुन्ने लड़कों की सेवइयों की मिठास की मुरीद हो... तुम ईद हो ...तुम ईद हो...तुम ईद हो.... तुम पश्चिम में लगे खाड़ी देशों की ... फ़रियाद हो... तुम कज़ाखस्तान से ताजिकिस्तान तक बह रही अरल सागर की याद हो... तुम तुर्की के अनातोलिया शहर में बसाई हुई ख्वाबों का जाद हो... तुम मिस्र के मेसोपोटामिया के जर्जर हुई सभ्यताओं में बसी हुई मेरी हार हो.... तुम काला सागर से लगी हुई जॉर्जिया ...आर्मेनिया ...अजरबेजान के यादों का सार हो... तुम इजराइल के जेरुसलम मस्जिद की सीढ़ियों में लगी हुई संगरमरमर की चमक हो.... तुम लाल सागर के किनारे बसी हुई सऊदी अरब के रियाध का वो हिस्सा हो जिसे हर कोई छूना चाहता है... तुम अफ्रीका के किनारे लगे मोजाम्बिक चैनल के मेडागास्कर का वो द्वीप हो जिसे हर कोई जीना चाहता है... तुम अरब सागर की जीत हो...तुम इंडोनेशिया के जावा सागर की मीत हो... तुम सीरिया...ईराक ..ईरान के अजान से निकलती हुई आवाजों का सुकून हो... तुम पाकिस्तान के ब्लचिस्तान में बसे हुए लोगों की आवाज हो.. तुम चाइना में तड़प रहे वीगर मुसलमानों की बची कूची गुहार हो... तुम काबुल में बसाए हुए बुद्ध की प्रतिमा का बची हुई सभ्यता की जीत हो... तुम ऑटोमन साम्राज्य के वजह से पलायन किये हुए लोगों की डर की मुजीद हो... तुम दुबई के बुर्ज ख़लीफ़ा की आसमान छूने की वो ज़िद हो... तुम ईद हो...तुम ईद हो..तुम ईद हो.... ©Sameer Anand bitti... shi... eid.... #MeriEid