मेरा एहसास मेरे होने या न होने से फर्क नहीं, हो सके तो किसी के भला हो, अपने लिए जीना तो जन्म से सीखा नहीं भाव से सिर्फ प्रदत्त ही हूँ, मेरा संस्कार, मेरा नाम मेरी पहचान जब मेरी नहीं तो अपने से प्रेम कर अपने लिए जीना एक क्षुण्ण जीना है । परोपकार अगर डसा भी जाए तो भी पत्र से अपने ज्ञान के लेखन नहीं छोड़ता, एहसास यदि मेरा बेशकीमती है तो भले हो, मैं ख़ुश हूँ कि बस कुछ तो है । #तेराएहसास #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi