Nojoto: Largest Storytelling Platform

इंतजार में तेरे गुज़र रहा है वक्त कुछ इस कदर कि सम

इंतजार में तेरे गुज़र रहा है वक्त कुछ इस कदर कि समय की रेत को फिसलते देखा है मैंने।
वाकिफ था मैं इस सच से कि तेरी खुशियों की वजह मैं हूँ नहीं, पर इस दिल को यह बात मंजूर ना थी।
आंहे भर रहे तेरे इंतजार में हम, कहीं रूक ना जाए सांसे तेरे इंतजार में मेरी।
जनाजे में मेरे आना जरूर, वरना विदा ना होगी रूह दुनिया से मेरी। Intezar mei ji rhe h hum .....
इंतजार में तेरे गुज़र रहा है वक्त कुछ इस कदर कि समय की रेत को फिसलते देखा है मैंने।
वाकिफ था मैं इस सच से कि तेरी खुशियों की वजह मैं हूँ नहीं, पर इस दिल को यह बात मंजूर ना थी।
आंहे भर रहे तेरे इंतजार में हम, कहीं रूक ना जाए सांसे तेरे इंतजार में मेरी।
जनाजे में मेरे आना जरूर, वरना विदा ना होगी रूह दुनिया से मेरी। Intezar mei ji rhe h hum .....
amanverma1865

Aman Verma

New Creator

Intezar mei ji rhe h hum .....