दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का और हम उनकी यादों को किताबों के पन्नों में सजा बैठे *दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे*