ज़रा सी बात पर वो हो बैठते खफा हैं वो कान पकड़े,हाथ जोड़े ना माने इस दफा हैं वो जा रही है जान हमारी करते इतनी जफा हैं वो गैरों से मिल रहे हंसकर करें ऐसे हमें रफा हैं वो ख्वाबों में आते हैं मिलने निभा रहे यूं तो वफ़ा हैं वो ज़रा सी बात पर वो हो बैठते खफा हैं वो कान पकड़े,हाथ जोड़े ना माने इस दफा हैं वो जा रही है जान हमारी करते इतनी जफा हैं वो