Nojoto: Largest Storytelling Platform

पाषाण भी रूदन करते हैं ये पर्वतों के निकलते नीर ने

पाषाण भी रूदन करते हैं
ये पर्वतों के निकलते नीर
ने सिद्ध किया! यात्री,कवि
लेखक ने अपनी क्षमता से
समझा वही लिख दिया
अश्रुओं की धार को
झरनों का नाम दिया!
पर्वत का शीतल ह्र्दय 
चीखा और पीड़ा से फटा
तो घाटी का नाम दिया।
कलकल के कोलाहल
में पाषाणों ने अपना 
कष्ट चुपचाप डूबा दिया..! Pic- pinterest

#jharna #yqdidi #madhaviyam  #YourQuoteAndMine
Collaborating with राणा माधवेन्द्र प्रताप सिंह
पाषाण भी रूदन करते हैं
ये पर्वतों के निकलते नीर
ने सिद्ध किया! यात्री,कवि
लेखक ने अपनी क्षमता से
समझा वही लिख दिया
अश्रुओं की धार को
झरनों का नाम दिया!
पर्वत का शीतल ह्र्दय 
चीखा और पीड़ा से फटा
तो घाटी का नाम दिया।
कलकल के कोलाहल
में पाषाणों ने अपना 
कष्ट चुपचाप डूबा दिया..! Pic- pinterest

#jharna #yqdidi #madhaviyam  #YourQuoteAndMine
Collaborating with राणा माधवेन्द्र प्रताप सिंह
anitasaini9794

Anita Saini

Bronze Star
New Creator