शाख़ कहने लगी हैं परिंदों से अब, बैठ जाओ यहीं अब के जाना नहीं। बनती ग़ज़ल का एक शेर है। अपने अपने मायने निकाल कर देखिए। © इकराश़ दीप शिखा जी शुक्रिया याद करने के लिए। #शेर #इकराश़नामा #YqBaba #YqDidi #परिंदे #शाख़