जबसे पैदा हुई हूँ ,बड़े नाज़ों से पली हूँ... मैं हमेशा अपने पापा की , रानी गुड़िया रही हूँ...., जो भी पसन्द था मुझे , वो सब मिला मुझे... कुछ इस तरह मैं अपनी , मम्मी के करीब रही हूँ..! एक अरसे बाद आज , मैं बड़ी हो गयी हूँ .... अपने दम पर ज़माने से , लड़ने लायक हो गयी हूँ..., तब भी डरते हैं माँ-बाप मेरे आज ,कहीं अकेले भेजने से मुझे.... क्यूंकि मैं एक भयानक , समाज के बीच रह रही हूं..!! यहाँ राह चलते लड़की को , अगवाह कर लिया जाता है... और इल्ज़ाम फिर उसके ,चाल-चलन पर लगाया जाता है..., वो गुनाह कर के भी जीते हैं , बड़ी सुकून की ज़िंदगी... और समाज में उस लड़की को, ताउम्र दोषी ठहराया जाता है..!!! सच कहूं तो ऐसे समाज में रहने से , "ना रहना" अच्छा है... लड़कियों को पैदा करने से ज़्यादा ,उन्हें पेट में ही मार देना अच्छा है...., देनी पड़ती हैं जीते जी , न जाने कितने ही अरमानों की कुर्बानी... ऐसी ज़िन्दगी से तो , अस्तित्व क़ुर्बान कर देना ही अच्छा है..!! #yqbaba #yqbhaijan #yqdidi #life #reality #women #abuse #yqtales