ज़िंदगी उम्र की तौहीन सी हो रही है,,वक़्त गुजर रहा है और आँख अभी तक किसी की याद में रो रही है. सुकून नही है धड़कन को भी अब,,धड़क तो रही है पर कहीं खो सी रही है. आसमान से पूछता फिर रहा है ऊंचा उड़ता परिंदा, आज बारिश बादलों के ऊपर भी हो रही है. गिरा है एक फूल पे आँसू, मोहब्बत गम से लगता फिर हो सी रही है. याद है जोरों पे,,क़लम तन्हाई पिरो भी रही है. गुस्ताख़ अमन के क्या कहने,लिख भी रहा है और सियाही खो सी रही है। #Rok_nahi_paye Shweta Patel Poonam Pal Poorvi Chauhan Khushbu Ruchika RIYA SURTI