ज़रूरी है आँसुओं का बह जाना भी! जमी हुई दुख की परतों का घुल जाना भी... भर जाते होंगे हर दर्द समय की साख से पर दामन हो जाता है तर-बतर माँ की याद से माँ के जाने का ग़म कभी कम नहीं होता सच है इस ज़ख्म का कोई मरहम नहीं होता थमकर देखा, बहकर देखा कहकर और चुप रहकर देखा एक दर्द साँसों में संवृत... सबकुछ इसमें ढहते देखा बार-बार ये नेहिल आशय इन आँखों से झरते देखा सींचे गए हृदय का संबल नितांत नीरीह सा डरते देखा रीते दिन वो छाँव ठाँव के जब-जब देखा घर का सपना तिनका-तिनका बिखरते देखा सबकुछ लगता है बेमानी... लगता है मृग-तृष्णा जैसा झिलमिल यादों की पुरवाई चिंगारी फिर लहकते देखा दुःसह हुए सब दृश्य हैं छलते जो कुछ माँ के रहते देखा #toyou #yqmummy #yqlove #yqloss #yqvoid #yqsilence #yqstaganancy #lookingforyouonly