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कर्ण ... सारा जीवन श्रापित श्रापित हर

कर्ण ...
सारा जीवन श्रापित श्रापित
            हर रिश्ता बेनाम कहो
मुझको ही छलने के खातिर 
            मुरली वाले श्याम कहो
कीसे  लिखूं में प्रेम की पाती
          कैसे कैसे इंसान हुए
रणभूमि में छल करते हो     
                तुम कैसे भगवान हुए .....
🙏🙏🙏🙏
आप सबके समीक्ष ..
अपना कुछ मनोगत व्यक्त करना चाहती हूं
 " दृष्टिकोण "
🙏🙏🙏🙏🙏

©वंदना .... #Nozoto #Hindi..🙏🙏
कर्ण के किरदार से मैं बहुत प्रभावित हूं ..
वैसे तो हम कहीं भी प्रभावित हो जाते हैं ..
जिसे हम सबसे ऊंचे स्तर पर रखते हैं उन सभी लोगों ने कर्ण के साथ ..मेरे ख्याल से छल ही किया है ..माता कुंती ..ठीक है समाज परिवार के वजह से अपने पुत्रों को त्यागना पड़ा ..लेकिन जब ..उसे अपनाना का वक्त आया ..तब भी वो कहां पूरी तरह से ..अपना सखी ... पिता .. गुरुवर ..और भगवान श्री कृष्णा ..लेकिन फिर भी कर्ण ने ..उन्हें गलत नहीं समझा ..उनकी हर बात को स्वीकार किया ....और अपने श्रापित जीवन को सार्थक ब
कर्ण ...
सारा जीवन श्रापित श्रापित
            हर रिश्ता बेनाम कहो
मुझको ही छलने के खातिर 
            मुरली वाले श्याम कहो
कीसे  लिखूं में प्रेम की पाती
          कैसे कैसे इंसान हुए
रणभूमि में छल करते हो     
                तुम कैसे भगवान हुए .....
🙏🙏🙏🙏
आप सबके समीक्ष ..
अपना कुछ मनोगत व्यक्त करना चाहती हूं
 " दृष्टिकोण "
🙏🙏🙏🙏🙏

©वंदना .... #Nozoto #Hindi..🙏🙏
कर्ण के किरदार से मैं बहुत प्रभावित हूं ..
वैसे तो हम कहीं भी प्रभावित हो जाते हैं ..
जिसे हम सबसे ऊंचे स्तर पर रखते हैं उन सभी लोगों ने कर्ण के साथ ..मेरे ख्याल से छल ही किया है ..माता कुंती ..ठीक है समाज परिवार के वजह से अपने पुत्रों को त्यागना पड़ा ..लेकिन जब ..उसे अपनाना का वक्त आया ..तब भी वो कहां पूरी तरह से ..अपना सखी ... पिता .. गुरुवर ..और भगवान श्री कृष्णा ..लेकिन फिर भी कर्ण ने ..उन्हें गलत नहीं समझा ..उनकी हर बात को स्वीकार किया ....और अपने श्रापित जीवन को सार्थक ब

#Nozoto #Hindi..🙏🙏 कर्ण के किरदार से मैं बहुत प्रभावित हूं .. वैसे तो हम कहीं भी प्रभावित हो जाते हैं .. जिसे हम सबसे ऊंचे स्तर पर रखते हैं उन सभी लोगों ने कर्ण के साथ ..मेरे ख्याल से छल ही किया है ..माता कुंती ..ठीक है समाज परिवार के वजह से अपने पुत्रों को त्यागना पड़ा ..लेकिन जब ..उसे अपनाना का वक्त आया ..तब भी वो कहां पूरी तरह से ..अपना सखी ... पिता .. गुरुवर ..और भगवान श्री कृष्णा ..लेकिन फिर भी कर्ण ने ..उन्हें गलत नहीं समझा ..उनकी हर बात को स्वीकार किया ....और अपने श्रापित जीवन को सार्थक ब #Life