क़िस्मत का भी क्या खेल था मोहब्बत दोनों को थी एक दूसरे से फिर भी ना जानें कितनी हिम्मत थी दोनो में कि दोनों एक दूजे का हाथ किसी और के हाथ में देखने के इंतज़ार में थे। ©Kaju Gautam 💗💗💗 8th of dec