जब कोई खुद के लिए स्वार्थ भाव से करता है, तो कुछ लोग कहेंगे नी:स्वार्थ भाव से करना चाहिए। लेकिन जब कोई नी:स्वार्थ भाव से करता है, तो वही लोग कहते है स्वार्थ बन कर रहो वरना जीवन में कुछ नहीं मिलेगा । अर्थात:- इस दुनिया जो सही करना सिखाता है वही गलत करना भी सीखता हैं। ©prashant Kumar #selfish #selfishness #self_respect #selfconfidence #self😍 #selfcare #self_written #HeartBook